ओणम त्योहार केरल

Onam festival Kerla

 

ओणम त्योहार केरल में मनाया जाता है। ओणम मलयालम के कैलेंडर में चिनगम महीने में 22 तारीख को मनाया जाता है। ओणम के दिन छुट्टी होती है। इस साल ये 22 अगस्त से 2 सिंतबर तक मनाया जा रहा है। मलयाली लोग ओणम को सांस्कृतिक और धार्मिक त्योहार की तरह मनाते हैं। केरल में ओणम, हिन्दू हॉलिडे, फीस्ट डे, मलयाली दिवस वाले दिन छुट्टी होती है। फूलों की रंगोली ओणम की परंपरा है और फूलों की रंगोली को पूकलम भी कहा जाता है। केरल में हिन्दू लोग भी ओणम मनाते हैं क्योंकि ओणम एक सांस्कृतिक त्योहार है। ओणम धान की कटाई की खुशी में भी मनाया जाता है। ओणम चिनगम के महीने में मनाया  जाता है और चिनगम पहला महीना है मलयालम कैलेंडर के हिसाब से। ओणम का त्योहार मलायम के नए साल के उत्सव को भी दिखता है। ओणम 10 दिन तक चलता है और इन 10 दिनों के अलग अलग नाम होते हैं जैसे कि पहला दिन अथम, दूसरा दिन चिथिरा, तीसरा दिन चोधी, चौथा दिन विशकाम, पांचवां दिन अनीज़हम, छठा दिन   थ्रिकेता, सातवां दिन मूलम, आठवां दिन पूरदाम, नवां दिन वत्रदाम, और दसवां दिन थिरुवोनाम। केरल में ओणम का पहला और आखरी दिन बहुत जरूरी होता है। अथम दिन के साथ वमनमूर्ति मे त्योहार की शुरुआत हो जाती है। ओणम में सबका नाभीय केंद्र विष्णु मंदिर होता है और महाबली का निवास, यहाँ पर त्योहार का झंडा भी लगाया जाता है। इस दिन परेड होती है जो कि रंगीन होती है। ओणम में बहुत सारी प्रतियोगिताएं होती हैं जैसे नौका दौड़, सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्पोर्ट्स प्रतियोगिता, नृत्य कार्यक्रम, मार्शल आर्ट्स, फूलों की रंगोली आदि।



 केरल में मर्द कसवु साड़ी पहनते है और ओरतें  साड़ी पहनती हैं और ये उनका सांस्कृतिक पहनावा है। ओणम के त्योहार में भी मर्द ओर ओरतें अपना सांस्कृतिक पहनावा पहनते हैं। ओणम एक बहुत अच्छा त्योहार है और सभी को अपने जीवन मे एक बार इस त्योहार का आनंद लेना चाहिए|