बॉलीवुड पर कविता
Poem on Bollywood
ऐसा प्यार भी देखा है, जो बॉलीवुड दिखा रहा है अब
नाम तो मोहब्बत का है, पर दाम ना जाने कैसा है
जज्बातों के बदले खुद को, इनाम न जाने कैसा है
एक चेहरे को तो छोड़ो तुम, कुछ किरदार और भी आए हैं
अपने अपने बचाव में, न जाने कितने चेहरे सामने आए हैं
सच है या झूठ कहूँ, फरीदार कहूँ या एतबार कहूँ
Young Generation सीखो कुछ आज
हार न सकता हो जो इंसान, उसको हराया जाता है
पल पल होती है साजिश, षड्यंत्र में फसाया जाता है
प्यार के नाम ये लगे हैं इस जज्बे को, क्या कहूँ मैं आज
नामी-दामी चेहरों के फेस तो बड़े होते हैं,
अंदर से कौन है झोंके, बाहर के प्रशंसक होते हैं
हर एक फैन का दिल टूटा है, भारत पूछ रहा है सवाल
अभिनेत्री, अभिनेता के आगे का है, बल्कि सवाल चकनाचूर हुए कुछ नामी-दामी चेहरे,
और फिर अपनो का भी ख्याल नही,
ये कैसे इंसानियत के चेहरे हैं
जो लाखों ने तुम्हें बनाया अपना, लाखों ने ठहराया अपना
हर कदम पर दिया तुम्हारा साथ
वही जनता पूछ रही है आज सवाल
जो इतने संघर्षों से आया हो, इतनी ठोकरें खाई
खुद के बलबूते, बनाई अपनी पहचान
वही सुशांत पूछ रहा है आज
हक मैं भी रखती हूं, तुम भी रखते हो और हक रखता है ये समाज,
सच तो सुनना है, हर कोई के रहा है सवाल।
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